नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए प्रशासन कमर कस कर तैयार

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डीएम ने सभी केंद्र व्यवस्थापकों की बैठक कर दिए दिशा-निर्देश

बलिया। बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन कराने के लिए प्रशासन ने भी पूरी तरह कमर कस लिया है. शुक्रवार को कलेेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी ने समस्त केंद्र व्यवस्थापकों के साथ बैठक कर शासन की मंशा से अवगत करा दिया. साफ कहा कि हरहाल में नकलविहीन परीक्षा करानी है. शिक्षण संस्थान ठान ले तभी ऐसा सम्भव होगा.

नकलविहीन परीक्षा कराने की मंशा के साथ यदि किसी ने खिलवाड़ करने की कोशिश भी की तो उसकी जगह जेल होगी.

जिलाधिकारी ने तहसीलवार प्रत्येक विद्यालय के प्रधानाचार्य या केंद्र व्यवस्थापकों से पूछताछ की. उनकी समस्या जानी.

कहा कि जो भी कमियां है, पहले ही बता दें. हर कमियों को दूर किया जाएगा. करीब सभी ने कक्ष निरीक्षकों की कमी व परीक्षा केंद्र के बाहर सुरक्षा व्यवस्था की मांग की. विशेष रूप से जहां बालिकाओं की संख्या है, वहां महिला कक्ष निरीक्षक की मांग की गयी. जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि हर कमी को दूर किया जाए. बशर्ते केंद्र व्यवस्थापक भी ठान लें कि हम नकलविहीन परीक्षा कराएंगे. जहां बालिकाओं की संख्या है, वहां महिला कक्ष निरीक्षक के लिए प्राथमिक टीचर, आंगनबाड़ी मुख्य सेविका आदि जैसी महिला कर्मियों को लगाया जाएगा. इसके लिए एडीआईओएस व बीएसए को जिम्मेदारी सौंपी.
जिलाधिकारी ने समस्त केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिया कि जहां क्षमता से अधिक परीक्षार्थी हो गये हों, वहां उनके बैठने के लिए उचित व्यवस्था कर ली जाए. जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारियों को निर्देश दिया कि नदी किनारे पड़ने वाले विद्यालयों में भ्रमण कर वहां की व्यवस्था देख लें. बैठक में माध्यमिक शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक अनारपति वर्मा, एडीआईओएस राकेश सिंह, बीएसए संतोष राय, अतुल तिवारी समेत समस्त केंद्र व्यवस्थापक मौजूद रहे.

परीक्षा केंद्र के अंदर अनाधिकृत व्यक्ति मिला तो केंद्र व्यवस्थापक होंगे जिम्मेदार

जिलाधिकारी ने समस्त केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देशित करते हुए कहा कि परीक्षा के अपने नियम-कायदे हैं. उन्हीं नियम कानूनों का अनुपालन करते हुए पूरी तरह नकलविहीन परीक्षा करानी है. इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका केंद्र व्यवस्थापक की ही है. बिना केंद्र व्यवस्थापक की मर्जी के विद्यालय के अंदर किसी का प्रवेश नही होगा. कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति परिसर में मिला तो केंद्र व्यवस्थापक की ही जिम्मेदारी तय होगी.

केंद्र पर हो मुलभूत सुविधाएं

जिलाधिकारी ने कहा कि परीक्षा केंद्र पर पेयजल, शौचालय की व्यवस्था बेहतर हो. सीटिंग प्लान, प्रश्नपत्र को सुरक्षित रखने से लेकर उत्तर पुस्तिकाओं को संकलन केंद्र तक ले जाने के लिए प्लानिंग कर लें. केंद्र पर सभी मुलभूत सुविधाएं उपलब्ध रखने की जिम्मेदारी केंद्र व्यवस्थापक की होगी.