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खरीद की धीमी प्रगति वाले केंद्र प्रभारियों पर भी ठोस कार्रवाई के संकेत
बलिया। क्रय केंद्रों पर धान खरीद बढ़ाने को लेकर जिलाधिकारी सुरेन्द्र विक्रम गुरुवार को कड़े तेवर में दिखे. उन्होंने गुरुवार को दर्जन भर क्रय केंद्रों पर तूफानी भ्रमण किया. जहां खरीद में उदासीनता दिखी, वहां प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई के संकेत दिए. भारतीय खाद्य निगम के नगरा क्रय केंद्र व सहकारी समिति के एकइल क्रय केंद्र प्रभारी को सस्पेंड करने के साथ यूपी एग्रो के क्रय केंद्र बहेरी के प्रभारी पर भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखने का निर्देश दिया. नगरा में एफसीआई के क्रय केंद्र से किसानों को वापस किए जाने की शिकायत मिली, जबकि एकइल में सहकारी समिति का क्रय केंद्र बन्द मिला. निरीक्षण से कई प्रभारियों पर छोटी-बड़ी कार्रवाई की तलवार लटकती दिख रही है. भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने किसानों से बातचीत कर खरीद की स्थिति का सत्यापन किया.
जिलाधिकारी सबसे पहले मंडी में गए और वहां हो रही खरीद का जायजा लिया. वहां से करनई क्रय केंद्र पर गए जहां खरीद की स्थित ठीक नहीं मिली. यूपी एग्रो के केंद्र बहेरी पर गए तो वहां गोदाम प्रभारी गायब थे. बुलाने पर कुछ देर बाद आए प्रभारी से कड़ी पूछताछ की और असन्तोष जाहिर करते हुए उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के लिए पत्र लिखने का निर्देश दिया. एकइल में साधन सहकारी समिति बन्द मिलने पर वहां के प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही. पुर में दो क्रय केंद्र पर गए और खरीद और तेजी से करने को कहा. उसके बाद नगरा में विपणन विभाग के क्रय केंद्र पर खरीद ठीक मिली, लेकिन एफसीआई के केंद्र पर किसानों को वापस किए जाने की समस्या किसानों ने बताई.
दो बेयर हाउस पर जांची व्यवस्था
गुरुवार को भ्रमण के दौरान शहर व सिंहाचवर में स्थित सेंट्रल बेयर हाउस कारपोरेशन पर जाकर चावल जमा किए जाने की व्यवस्था जांची. शहर के बेयर हाउस के इंचार्ज को सख्त लहजे में चेतावनी भी दी. स्पष्ट कहा कि मिलर या किसान को दिक्कत करने वाले अफसर या कर्मी जेल तक जाने को तैयार रहें. दरअसल वहां मिलरों से बातचीत की, कुछ ने समस्या बताई तो कुछ ने व्यवस्था पर सन्तोष जाहिर किया. डीएम ने इंचार्ज को सख्त निर्देश दिया कि ट्रक से आ रहे चावल जमा करने में अनावश्यक देरी नही की जाए. ऐसी शिकायत मिलरों द्वारा मिली तो जिम्मेदार पर कार्रवाई तय है. देर शाम को सिंहाचवर पहुँच कर वहां के गोदाम की भी स्थिति देखी. वहां डिलीवरी, लोडिंग व खाली कराने में मिल रही शिकायत पर सख्त निर्देश दिए. मौके से ही एसओ फेफना को निर्देश दिया कि खुफिया तंत्र द्वारा पता लगाएं और यहां भ्रष्टाचार करने वाले को पकड़ गैंगेस्टर की कार्रवाई सुनिश्चित कराएं.
किसानों से पूछ किया सत्यापन, एफसीआई की शिकायत सबसे ज्यादा
जिलाधिकारी अपने निरीक्षण के दौरान सिर्फ अधिकारियों से ही जानकारी न लेकर किसानों से बातचीत करना उचित समझा. दर्जनों किसानों से खरीद की स्थिति व किसानों को मिलने वाली सुविधाओं के बाबत पूछताछ की. नगरा में एफसीआई क्रय किसानों ने बताया कि गोदाम में जगह न होने कारण वापस कर दिया जा रहा है. वहीं रसड़ा में भी एफसीआई के केंद्र पर खरीद की स्थिति बेहद खराब थी. इस पर नाराज डीएम ने कहा कि एफसीआई के क्रय केंद्र पर ये स्थिति अत्यंत आपत्तिजनक है. उन्होंने तुरंत प्रमुख सचिव व खाद्य एवं रसद आयुक्त से बात करके इस स्थिति से अवगत कराया. साथ ही नगरा के प्रभारी को निलंबित करने की बात कही. यह भी कहा कि भारतीय खाद्य निगम की स्थिति जहां जहां खराब होगी, वहां के प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए भारत सरकार के सम्बन्धित अधिकारी को पत्र लिखा जाएगा. इस दौरान जिला पूर्ति अधिकारी विनय सिंह साथ थे.