पत्रकार राजेश मिश्र की हत्या से उबाल, की मृतक के आश्रित को 50 लाख आर्थिक मदद की मांग

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बैरिया/ बांसडीह (बलिया)। गाजीपुर के पत्रकार राजेश मिश्र के नृशंस हत्या के विरोध में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के तहसील बैरिया इकाई की आपात बैठक बैरिया डाकबंगले पर रविवार को हुई. ग्रापए  के तहसील अध्यक्ष सुधीर सिंह की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई. बैठक में पत्रकार की हत्या की कड़े शब्दों मेंं निंदा की गयी. सभी पत्रकारों ने दो मिनट का मौन रख दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.  तत्पश्चात राज्यपाल के नाम पाँच सूत्रीय मांग पत्र एसडीएम बैरिया राधेश्याम पाठक को सौंपा. जिसमे मांग  किया गया कि मृतक पत्रकार के परिवार को 50 लाख रूपये सहायता, उनके परिजन को सरकारी नौकरी, परिवार को सुरक्षा, उत्तर प्रदेश के सभी पत्रकारों को सुरक्षा व शस्त्र लाइसेंस बनाने, मामले की सीबीआई जाँच व हत्यारों की तत्काल गिरफ़्तारी की मांग की गयी है. इस अवसर पर वीरेन्द्र मिश्र, शिवदयाल पाण्डेय, सुधाकर शर्मा, विश्वनाथ तिवारी, मुखिया जी, सुनील पाण्डेय, अनिल सिंह, अखिलेश पाठक, हरेराम यादव, गुप्तेश्वर पाठक, कन्हैया तिवारी, आनन्द मोहन मिश्र, श्रीमन तिवारी, रविन्द्र मिश्र, सुमीत सिंह, सत्येन्द्र पाण्डेय, विद्याभूषण चौबे आदि तहसील क्षेत्र के सभी पत्रकार उपस्थित रहे.

बांसडीह संवाददाता के अनुसार स्थानीय डाक बंगला में ग्रापए तहसील इकाई की बैठक हुई. बैठक  को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि गाजीपुर के पत्रकार राजेश मिश्रा की हत्या सरेराह कर दी गई तथा उन्हीं के साथ में रहे उनके भाई अमितेश मिश्रा वाराणसी में जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे हैं. जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है. पत्रकार की हत्या से आक्रोशित पत्रकारों ने कहा कि पत्रकार राजेश मिश्रा के हत्यारे अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर हैं. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर लगातार हमले हो रहे हैं तथा सरकार पत्रकारों के हित और सुरक्षा के बाबत मौन साधे हुए हैं. पत्रकारों ने सस्वर राजेश मिश्रा के हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार करने का मांग किया.कह कि अगर पत्रकार की हत्या करने वाले जल्द ही नहीं पकड़े गए तो पत्रकार व्यापक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. बैठक में गिरीश तिवारी, नरेंद्र मिश्र,पुष्पेंद्र तिवारी “सिंधु”, विरेंद्र सिंह, नरेंद्र पाठक, विनोद वर्मा, अंजनी सिंह, सुरेंद्र शर्मा, डब्लू सिंह, आदि शामिल रहे. अध्यक्षता रणजीत सिंह तथा संचालन रवि शंकर पाण्डेय उर्फ लालबाबू ने किया.