वन दरोगा समेत दो की पिटाई, अवैध वसूली के खिलाफ विधायक बैठे धरना पर

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वन दरोगा का आरोप बालू माफियाओं के इशारे पर किए मारपीट

विधायक वन रेंज दफ्तर के सामने तैनात  पूरे स्टाफ के निलम्बन की मांग को लेकर बैठे  अनशन पर

घायल वन दरोगा जिला अस्पताल में

बैरिया (बलिया)। क्षेत्रीय भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह शुक्रवार को सुबह से अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैरिया रेंज में तैनात अधिकारियों कर्मचारियों के निलंबन की मांग को लेकर धरना पर बैठ गए हैं. विधायक पर आरोप है कि वह और उनके कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार की रात 10 बजे के लगभग चिरैयामोड़ पर लाल बालू की ट्रकों से विभागीय रसीद काटने के लिए खड़े फ्लाइंग स्क्वायड के वन दरोगा संतोष कुमार व ड्राइवर रघुपति पासवान की वसूली का आरोप लगाकर पिटाई कर दिये. जिससे वन दरोगा के पैर में गंभीर चोट आई है. इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बैरिया वन रेंज ऑफिस पर ताला बंद कर यहां तैनात अधिकारी कर्मचारी यहां से हट गए हैं. 

धरना पर बैठे भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि कल रात में रानीगंज बाजार के एक कार्यक्रम से लौट रहा था. तब चिरैयामोड़ पर राइफल व डंडा लेकर वहां खड़े वन विभाग के लोग व कुछ प्राइवेट लोग बालू की ट्रकें खड़ा करा कर वसूली कर रहे थे. मेरे सामने वसूली वसूली कर रहे थे. मैंने वहां रुक कर अपने कार्यकर्ताओं से पूछवाया तो वह उनसे धक्कामुक्की करने लगे. अपने गार्ड के साथ मैं उतरा तो वह लोग भाग खड़े हुए. उसके बाद क्या हुआ हम नहीं जानते. मारपीट जैसी कोई बात नहीं हुई है. भागने में गिर गए होंगे तो पैर में चोट आई होगी.

 विधायक ने कहा कि जब मांझी में वन विभाग का चेकपोस्ट है, तो चिरैयामोड़ पर या कहीं और जगह खड़ा होकर वसूली का औचित्य क्या है ? यह तो अवैध है. यहां खनन विभाग, पुलिस व वन विभाग की मिलीभगत से लाल बालू पर अवैध धंधा चल रहा है. वन विभाग के लोग बिहार के गैर विभागीय लोगों को साथ लेकर वसूली करते हैं. मैं बैरिया विधानसभा क्षेत्र के लोगों का अवैध शोषण नहीं होने दूंगा. चाहे इसके लिए जो भी हो जाए. यहां तैनात भ्रष्ट कर्मचारियों के निलंबित होने तथा उन प्राइवेट लोगो पर मुकदमा कायम होने तक मैं आज यहां धरना पर बैठा हूं.  यहां से उठूंगा नहीं. कल से यही धरना आमरण अनशन में बदल जाएगा, और मैं तब तक आमरण अनशन पर रहूंगा जब तक भ्रष्ट वनकर्मियों कर्मचारियों का निलंबन नहीं हो जाता.

उधर बलिया जिला अस्पताल में इलाज करा रहे वन दरोगा संतोष कुमार ने बताया कि मैं और ड्राइवर रघुपति रसीद लेकर चिरईयामोड़ पर बैठे बलिया से आने वाले फ्लाइंग स्क्वायड की प्रतीक्षा कर रहे थे. उस समय वहां कोई ट्रक या ट्रेक्टर नहीं था. विधायक जी आए. पहले ड्राइवर रघुपति पासवान को बुलाकर उससे कुछ पूछताछ कर उसे थप्पड़ मारे, उनके साथ के और लोग उसे पीटने लगे. जब मैं वहां छुड़ाने पहुंचा तो हमारा नाम व जाति पूछ कर हमें भी विधायक व कार्यकर्ता मारने लगे. मैं गिर गया. मेरे गिरे अवस्था में मेरे पैरों पर लात प्रहार किया गया. जिससे मेरा पैर टूट गया है. उसी दौरान फ्लाइंग स्क्वायड दस्ता के लोग भी आए, तो उनके साथ भी मारपीट किए, और उन्हें इधर फिर बाद में कभी आने पर मारने पीटने की धमकी दिए. वन दरोगा ने बालू माफिया के इशारे पर मारने पीटने का आरोप लगाया.

इसी क्रम में मोबाइल पर वन क्षेत्राधिकारी बैरिया एसके शर्मा से जब पूछा गया तो उनका कहना था कि अभी हम जिला अस्पताल में वन दरोगा का इलाज करा रहे हैं. इलाज के बाद अधिकारियों के परामर्श पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी. एक सवाल के जवाब में वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि डीएफओ द्वारा फ्लाइंग स्क्वायड टीम गठित किया गया है. जिसमें हमारे बैरिया रेंज के भी सदस्य हैं. फ्लाइंग स्क्वायड पूरे जिले में और बैरिया रेंज में कहीं भी जांच कर सकता है, और रसीद काट कर पैसा जमा करा सकता है. वर्तमान अक्टूबर माह में टीम द्वारा 100 से अधिक ट्रकों से रसीद काट कर पैसा जमा कराया गया है. वन विभाग पर वसूली का आरोप बेबुनियाद है.

पूछे जाने पर बैरिया कोतवाल अतुल राय ने बताया कि बलिया में इलाज करा रहे वन दरोगा के यहां उपनिरीक्षक को भेजा हूं. यहां अभी तक कोई तहरीर नहीं आई है.  तहरीर आने पर जांच व कार्यवाही की जाएगी. उधर धरना पर बैठे विधायक से क्षेत्राधिकारी, तहसीलदार व कोतवाल जाकर बात कर वापस लौट चुके है.