अमर शहीद मंगल पाण्डेय राजकीय महिला महाविद्यालय का भवन हैंडओवर न किये जाने से आक्रोश

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​दुबहड़ (बलिया)। क्षेत्र के नगवां गांव में निर्माणाधीन शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला महाविद्यालय के निर्माण एजेंसी द्वारा अब तक हैंडओवर ना किए जाने पर क्षेत्र के लोगों में काफी आक्रोश है.  जनपद के अखार निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य अरुण सिंह के नेतृत्व में नगवाँ  ढाले पर क्षेत्रीय कई  गांव के लोगों की बैठक हुई. जिसमें वर्ष 2008 से निर्माणाधीन जिले का एकमात्र महिला राजकीय महाविद्यालय का अबतक निर्माण कार्य पूरा ना होने पर आक्रोश प्रकट किया गया. बैठक को संबोधित करते हुए अरुण सिंह ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप बालिकाओं को शिक्षित करने के लिए नाना प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है. लेकिन  नगवां में बजट आजाने के बाद भी 2008 से बन रहे महाविद्यालय का निर्माण कार्य किन वजह से पूरा नहीं हो पा रहा है. यह समझ से परे है. उन्होंने कहा कि भवन को महाविद्यालय  प्रशासन को हैंडओवर न किए जाने से विद्यालय की सारी कक्षाएं प्रयोगशालाएं अलग-अलग फैकल्टी की शिक्षा पूर्ण नहीं हो पा रही है. महज एक दो कमरे में विद्यालय प्रशासन के लोग किसी तरह विद्यालय का संचालन कर रहे हैं .जबकि इस विद्यालय में 500 से ऊपर छात्राओं का पंजीकरण है. ऐसे में अगर जिला प्रशासन इस महाविद्यालय के निर्माण कार्य में दिलचस्पी नहीं लेता है, तो इस क्षेत्र के लोग चुप नहीं बैठेंगे. कहा कि शहीद मंगल पांडेय जैसे महान क्रांतिकारी के नाम पर उनके पैतृक जन्मभूमि नगवाँ में बने राजकीय महिला महाविद्यालय को नियमानुसार बहुत पहले ही बन कर तैयार हो जाना चाहिए. लेकिन निर्माण एजेंसी के लापरवाही के कारण यह कार्य वर्षों से लटका पड़ा हुआ है, और इसकी सुधि लेने वाला जिले का कोई जनप्रतिनिधि आगे नहीं आ रहा है. क्षेत्र के लोगों की तरफ से अगले सप्ताह मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर नगवां में  राजकीय महिला महाविद्यालय में छात्राओं को सुचारु रुप से पठन पाठन व्यवस्था शुरू कराने के लिए महा विद्यालय का भवन हैंडओवर कराने की दिशा में पहल करने की मांग की जाएगी.  बैठक में मुख्य रुप से नगवाँ प्रधान विमल पाठक, घोड़हरा प्रधान नफीस अख्तर, उदयपुरा प्रधान समीम अंसारी, मोहन छपरा प्रधान प्रतिनिधि गुड्डू पान्डेय, तिरुपति पान्डेय, संजय जायसवाल, त्र्यंबक पान्डेय, बलदेव गुप्ता, मनु सिंह, संजीव सिंह, रमेश गिरी  आदि लोग रहे.