व्यावसायिक विकास के विनाश से मुक्ति के लिए बौद्धिक विकास जरूरी – राजीव रंजन

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​रसड़ा (बलिया)। क्षेत्र का अखनपुरा  स्थित नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर के  प्रांगण में एक दिवसीय छात्र संसद अभ्यास वर्ग आयोजित किया गया.  जिसमे छात्र संसद की उपादेयता पर विस्तृत प्रकाश डाला गया.

कार्यक्रम की शुरुआत बतौर मुख्य अतिथि जिला प्रचारक रसड़ा  राजीव रंजन ने मां सरस्वती की तैलचित्र पर दीप प्रज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर किया. छात्र संसद की उपादेयता पर प्रकाश डालते हुए संभाग निरीक्षक कन्हैया चौबे ने कहा कि विद्या भारती के विभिन्न अंगों शिशु भारती, बाल भारती, कन्या भारती, किशोर भारती के द्वारा छात्रों का  शिक्षण निर्माण किया जा सकता है. प्राप्त ज्ञान के प्रसार पर बोलते हुए कहा कि चयनित लोगों का दायित्व बोध ज्यादा होता है.

बतौर मुख्य अतिथि राजीव रंजन ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों के लिए आत्म केंद्रित और आत्म विस्तृत होना है.  कहा कि समाधान का रास्ता अतीत के गौरव को याद कर वर्तमान की पीड़ा को समझना है. ताकि भविष्य में भव्य भारत का निर्माण किया जा सके. कार्यक्रम के समापन पर विभाग संघ चालक आत्मा सिंह कहां की बौद्धिक विकास करके ही व्यावसायिक विकास के विनाश से मुक्ति पाई जाती है. इस मौके पर श्रवण सिंह, बजरंग, ज्ञानेंद्र पाण्डेय, उमा सिंह  आदि उपस्थित थे. संचालन कौशल पाण्डेय  जी ने किया.