ओडीएफ गांव बनाने के लिए हो रहे कार्याें की जिलाधिकारी ने की समीक्षा

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बलिया। जनपद को 31 दिसम्बर 2017 तक खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) गांव बनाने के लिए जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस ने बैठक की. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में ट्रिंगरिंग टीम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए. साथ ही प्रति तीन ग्राम पंचायत एक स्वच्छता ग्राही/चैम्पियन का चयन कर लिया जाए. इस प्रकार कुल 949 ग्राम पंचायतों में 316 स्वच्छता ग्राही का चयन होगा.
इसमें सरकारी या गैर सरकारी लोग हो सकते हैं. सभी बीडीओ, ग्राम पंचायतों में शौचालय की मांग, ट्रिगरिंग टीम का चयन, राजमिस्त्रियों का प्रशिक्षण आदि कार्य देखेंगे. समस्त सीडीपीओ आंगनबाड़ी केंद्रों पर मातृ समूहों का गठन करेंगी. कार्यकत्री गांव में बैठक कर शौचालय के प्रति प्रोत्साहित करेगी. जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि समस्त अस्पतालों में ओपीडी की पर्ची पर शौचालय निर्माण व उपयोग सम्बन्धी जानकारी छपवाएं. समस्त एडीओ पंचायत को निर्देश दिया कि सभी ग्राम पंचायतों में सफाई अभियान चलवाएं. ट्रिगर हो चुकी ग्राम पंचायतों में मॉर्निंग फॉलोअप व साप्ताहिक भ्रमण भी सुनिश्चित किया जाए.
अब ग्राम पंचायतों में बनने वाले शौचालय प्रधान व सचिव नहीं बनवाएंगे, बल्कि विकास खंड से स्वीकृति पत्र प्राप्त कर लाभार्थी पहले शौचालय का निर्माण पूरा करेगा. उसके बाद ही उसके खाते में दो किश्तों में पैसा भेजा जाएगा. आधा निर्माण के बाद 6 हजार तथा पूरा निर्माण हो जाने के बाद 6 हजार रूपये सहित कुल 12 हजार रुपये ग्राम पंचायत के खाते से ही भेजा जाएगा. बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि यदि किसी ग्राम पंचायत से यह सूचना मिली कि प्रधान या सचिव द्वारा शौचालय निर्माण कराया जा रहा है, उस पर कार्रवाई होगी. बैठक में सीडीओ संतोष कुमार, पीडी आरके त्रिपाठी, डीसी मनरेगा उपेंद्र पाठक, डीपीआरओ राकेश यादव, बीएसए सुभाष गुप्ता आदि मौजूद रहे.