भगवन नाम उच्चारण ही सभी दुखों से मुक्ति का सरल साधन

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रेवती (बलिया)। नगर के उत्तर टोला स्थित नवनिर्मित दुर्गा मन्दिर प्रांगण में आयोजित नौ दिवसीय शिव-शक्ति प्राण प्रतिष्ठात्मक महायज्ञ के तीसरे दिन मानस मर्मज्ञ शक्ति पुत्र महाराज ने कहा कि यज्ञ से वायुमंडल का शुद्धिकरण होता है.

कहा कि मन को शांत एवं शुद्ध करके कथा श्रवण करना चाहिए. तभी उसका यथोचित फल प्राप्त होता है. भगवान कण-कण में है. कलि काल में भगवन कथा सुनना तथा भगवत नाम उच्चारण करना सभी दुखों से मुक्ति पाने का सरल साधन है. सतयुग, द्वापर, त्रेता युग में भगवान दर्शन के लिए ऋषि-मुनियों को कठिन तप करना पड़ता था. लेकिन कलि काल में भगवन नाम स्मरण मात्र से भगवान प्रसन्न होते हैं.

प्रख्यात भजन गायक  शशिकांत मिश्र व राजेश जी के भजन पर  श्रद्धालु  देर रात्रि तक  भक्ति सागर में  डुबकी लगाते रहे. पंडित सुनील शास्त्री सहित 11 ब्राह्मणों के वैदिक मंत्रोचार के बीच पंचांग पूजन, गौ पूजन, मंडप प्रवेश, वेदी पूजन तथा अरणी मंथन यजमानों द्वारा किया गया.  इससे पूर्व नगर के समाजसेवी अभिज्ञान तिवारी द्वारा यज्ञ संयोजक श्री श्री शिवेश्वर दास एवं श्री श्री हरेश्वर दास महाराज तथा शक्तिपुत्र महाराज सहित मंचस्थ लोगों को माल्यार्पण कर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया.