मलेरिया की चपेट में बच्चे जल्दी आते हैं – सीएमओ

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बलिया। विश्व मलेरिया दिवस पर आयोजित गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके तिवारी ने मंगलवार को कहा कि मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है. यह मच्छर के काटने से फैलती है. इस बीमारी के पीड़ित व्यक्ति को अगर सही समय पर उचित इलाज तथा चिकित्सकीय सहायता न मिले तो यह जानलेवा हो सकती है.

उन्होंने कहा कि लापरवाही के कारण हर साल दुनिया में लाखों लोग मलेरिया से अपनी जान गवाते है. यह बीमारी बच्चों को अधिक शिकार बनाती है. बताया कि दुनिया भर के डॉक्टर इस बीमारी पर काबू पाने के लिए शोधरत है. डॉ. तिवारी ने कहा कि मलेरिया में तबियत बिगड़ने पर किसी को अपनी मर्जी से पेनकिलर नहीं लेना चाहिए. मलेरिया बुखार के गंभीर होने पर संतरे की जूस जैसे तरल पदार्थों का सेवन लाभदायक होता है. यदि शरीर का तापमान बढ़ता है तो पसीना आने पर ठण्डी तौलिया लपेटने से आराम मिलता है. थोड़े समय के अंतराल के बाद माथे पर ठण्डी पट्टियां रखते रहना चाहिए. दवाइयों के इस्तेमाल के बावजूद यदि बुखार नियंत्रित नहीं होता है तो सरकारी अस्पताल में मरीज को भर्ती करा देना चाहिए. इस मौके पर कई चिकित्साधिकारी एवं स्वास्थ्य कर्मचारी मौजूद रहे.