यादगार पल जो लोगो की जुबां पर आया

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बांसडीह (बलिया)। बात उस समय की है जब बच्चा पाठक की राजनीति बुलंदी पर थी. 1977 में कांग्रेस का पूरे देश से लगभग सफाया हो चुका था और बांसडीह से बच्चा पाठक विजयी हुए थे. फिर 1980 में चुनाव हुए और बच्चा पाठक जीत कर विधायक बने और दिल्ली में उस समय की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से मिलने पहुचे थे.

देश के सारे बड़े बडे नेता लाइन में लगे थे. इंदिरा गांधी किसी से नहीं मिल रही थी. उस समय बच्चा पाठक इंदिरा गांधी से बिना मिले कंधे में झोला लटकाए बाहर निकलकर कर पैदल ही चल दिये. अभी कुछ दूरी पर गए ही थे कि तब तक प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का काफिला निकला. तब तक इंदिराजी की नजर बच्चा पाठक पर पड़ी और काफिला बीच सड़क पर रुक गया. सारे अधिकारी सकते में पड़े तब तक इंदिरा गांधी के निजी सचिव अहमद पटेल उतरे और बच्चा पाठक के पास गए और बोले बच्चाजी, आपको मैडम बुला रही है. ये तुरंत मिले और मैडम ने इन्हें अपनी गाड़ी में बिठा कर चल दिया.