भोजपुरी फिल्मों का आईएसआई कनेक्शन, जानकर रह जाएंगे हैरान

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आईएसआई एजेंट गजेंद्र शर्मा ने किया खुलासा

13 फरवरी को बिहार के मोतिहारी कोर्ट में किया था आत्मसमर्पण

काठमांडू ( नेपाल ) से अरुण वर्मा

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के पैसे से नेपाल में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्रीज का संचालन हो रहा है. आईएसआई ने ही नेपाल में बनी भोजपुरी फिल्म “रफ्तार” के लिए ब्रजकिशोर गिरी को पैसे उपलब्ध कराए थे. आईएसआई के पैसे से गिरी की एक और भोजपुरी फिल्म “ऐ मोरे जान, तोहरे में बसे ले हमरे प्राण” का निर्माण हो रहा है. इसका पर्दाफाश आईएसआई एजेंट गजेंद्र शर्मा ने भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के समक्ष किया है. गजेंद्र बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन रेलवे ट्रैक विस्फोट की साजिश रचने का आरोपी है. एनआईए के दबाव में उसने विगत 13 फरवरी को मोतिहारी कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था और वहां की जेल में है.

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार गजेंद्र ने एनआईए की पूछताछ में बताया कि वह एक भोजपुरी लोकगायक है.  नेपाल व भारत में जगराते जैसे कार्यक्रमों का आयोजन करता है. वह पिछले कई वर्षों से नेपाल के बीरगंज में बॉलीवुड स्टूडियो का संचालन करने वाले ब्रजकिशोर गिरी के संपर्क में था.  गिरी ने उसे नेपाली फिल्मों में काम दिलाने तथा अपने स्टूडियो में उसका वीडियो एलबम बनाने का वादा करके आईएसआई के लिए काम करने का ऑफर दिया था.

गिरी फिलहाल दो भारतीय युवकों अरुण राम और दीपक राम की हत्या के मामले में नेपाल के जेल में बंद है. उसके साथ नेपाल की भोजपुरी फिल्मों में काम करने वाला एक और शख्स मुकेश यादव भी जेल में है.  गिरी नेपाल में न केवल भोजपुरी फिल्मों का निर्माता है, बल्कि बीरगंज में उसका अपना स्टूडियो भी है. साथ ही उसने “रफ्तार” फिल्म में बतौर एक्टर काम भी किया है.  निर्माणाधीन फिल्म “ऐ मोरे जान, तोहरे में बसे ले हमरे प्राण” का भी प्रोड्यूसर और एक्टर हैं.

गजेंद्र ने यह भी बताया है कि दुबई में बैठकर नेपाल में आईएसआई की गतिविधियों का संचालन करने वाले शमसुल होदा ने नेपाल में निर्मित कई भोजपुरी फिल्मों के लिए लोगों को पैसे उपलब्ध कराए हैं. वह भी भोजपुरी फिल्मों में अपना करियर बनाने के चक्कर में गिरी के संपर्क में आया और उसे भारतीय ट्रेनों को निशाना बनाने का काम सौंपा गया. बता दें कि शमसुल को यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) की सरकार ने भारत व नेपाल सरकार के आग्रह पर दुबई से “डिपोर्ट” कर पिछले दिनों काठमांडू भेज दिया. उसे काठमांडू एयरपोर्ट पर ही नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.