नेपाल के भैरहवा में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा निर्माण पर खतरे के बादल

This item is sponsored by Maa Gayatri Enterprises, Bairia : 99350 81969, 9918514777

यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.

सरहद से सटे अंतरराष्ट्रीय विमान स्थल बनाने के पक्ष में नहीं है भारत, कई अन्य देशों से भी हरी झंडी नहीं

नौतनवा/महाराजगंज। भारतीय सीमा से सटे नेपाल के रुपंदेही जिला में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कार्य अधर में लटक गया है. निर्माण कार्य 2017 तक पूरा हो जाना था, मगर अभी तीस फीसद भी पूर्ण नहीं हो पाया है. बताया जा रहा है कि निर्माण करने वाली संस्था को सुस्त कार्य के लिये ब्लैक लिस्टेड घोषित कर दिया गया है.

चार वर्ष पहले नेपाल सरकार ने भैरहवा स्थित गौतमबुद्ध विमान स्थल को घरेलू के अलावा अंतरराष्ट्रीय विमान स्थल बनाने का फैसला लिया था. 600 करोड़ की लागत से बनने वाले इस हवाई अड्डे के लिये भैरहवा से बनगाई तक सात किलोमीटर लंबी तथा तीन किलोमीटर चौड़ी भूमि के अधिग्रहण का कार्य भी पूरा कर लिया गया.

चीन की कंस्ट्रक्शन कंपनी ने शुरुआती दौर में विभिन्न कंस्ट्रक्शन मैटेरियल प्लांट लगा निर्माण कार्य को जोरशोर से शुरू किया, मगर नेपाल में भूकंप त्रासदी तथा भारत के सुरक्षा कारणों की आपत्ति के बाद विमान स्थल का निर्माण कार्य वर्ष भर से लगभग रुक गया है. सूत्रों का यह भी बताना है कि खुली सीमा और सुरक्षा के कारणों से भारत सरहद से सटे अंतरराष्ट्रीय विमान स्थल बनाने के पक्ष में नहीं है. गौर करने वाली बात यह भी है कि भैरहवा के अंतरराष्ट्रीय विमान स्थल को अधिकतर देशों की हरी झंड़ी नहीं मिली है.