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वाराणसी। उत्तर प्रदेश में सत्ता के लिए संघर्ष क्लाइमेक्स पर पहुंच चुका है. शनिवार को प्रमुख पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने मंदिरों के प्राचीन शहर में मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने की पूरी कोशिश की. इस दौरान वाराणसी की सड़कों पर झंडों से लैस समर्थकों का हुजूम उमड़ा और गगन भेदी नारे गूंजते रहे. इन कार्यक्रमों की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की और उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की.
रोडशो की शुरुआत करने के पहले मोदी ने हिंदुत्व विचारक पंडित मदन मोहन मालवीय की काशी हिंदू विश्वविद्यालय में स्थित प्रतिमा पर पुष्पांजलि की. प्रधानमंत्री के रोडशो में लोगों की भारी भीड़ देखी गई. वाराणसी में प्रधानमंत्री का रोडशो उस दिन हुआ जिस दिन उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में छठे चरण के लिए 49 सीटों पर मतदान हो रहा है, जिसमें गोरखपुर और आजमगढ़ शामिल हैं. भाजपा नेताओं का मानना है कि एक घंटे तक चले इस रोडशो से उसे आठ मार्च को होने वाले अंतिम चरण के चुनाव में 40 सीटों पर फायदा होगा.
सपा अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ रोडशो किया. उल्लेखनीय है कि सपा ने कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन किया है. लाल टोपी पहने अखिलेश ने भी काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की और आशीर्वाद लिया. सपा के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव द्वारा कमोवेश चुनाव प्रचार से दूर रहने के बाद पार्टी की स्टार प्रचारक के रुप में उभरी सांसद और मुख्यमंत्री की पत्नी डिंपल भी बीच में रोडशो में शामिल हुयीं.
गठबंधन में सहयोगियों के हजारों समर्थक उनके रोड शो में मौजूद थे. समर्थकों ने फूल भी बरसाए. रास्ते में लोग अखिलेश के पोस्टर लिए हुए थे. चौका घाट के पास काफिले के गुजरने के दौरान पथराव की एक घटना हुई हालांकि पुलिस ने इससे इंकार किया. पुलिस ने कहा कि झंडा फहराने को लेकर प्रतिद्वंद्वी दलों के समर्थक आमने सामने आ गए लेकिन झड़प को टाल दिया गया. बसपा नेता मायावती वाराणसी शहर में नहीं आयीं लेकिन उन्होंने यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर रोहनिया में एक चुनावी रैली की. उन्होंने दावा किया कि मोदी के रोडशो में आए लोग ‘‘सिर्फ दर्शक” थे जो बिहार और मध्य प्रदेश जैसे पडोसी राज्यों से लाए गए थे.
रोड शो से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ज्ञानपुर स्थित पुलिस लाइन के सामने मैदान में हुई सभा में जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, वाराणसी में प्रधानमंत्री और उनके तमाम मंत्रियों का जमावडा विधानसभा चुनाव में अपनी जमीन खोने से उपजी उनकी घबराहट को जाहिर कर रहा है.
हार के डर से विरोधी सड़कें नाप रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी के सभी मंदिरों में कितने मत्थे टेक लें, पूजा पाठ कर लें, वहां के पुजारी भी उन्हें आशीर्वाद (वोट) नहीं देंगे. बिहार विधानसभा चुनाव से भी बुरा हाल भाजपा का उत्तर प्रदेश में होगा – मायावती (वाराणसी में बसपा सुप्रीमो)