बलिया जिले में 123 कंटेनमेंट जोन, बढ़ते आंकड़ों से चिंता बढ़ी

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बलिया। जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को चिता में डाल दिया है. संक्रमण को रोकने के लिए जिला मुख्यालय समेत आस-पास के क्षेत्रों में जारी लॉकडाउन की अवधि जिलाधिकारी ने 26 जुलाई तक बढ़ा दी गई है. कुल 123 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. इसमें सदर तहसील में 67, रसड़ा में 17, बांसडीह में 16, बैरिया में 10, सिकंदरपुर में नौ और बेल्थरा तहसील में चार कंटेनमेंट जोन हैं.

मंगलवार को जिलाधिकारी ने मीडिया को बताया कि अब शहर व इसके आस-पास के शहरी स्वरूप वाले 50 इलाकों में 24 तक डोर-टू-डोर सर्वे कराया जाएगा. मुख्य चिकित्साधिकारी की ओर से माइक्रो प्लान के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम के माध्यम से यह सर्वे कराया जाएगा. इसमें संदिग्ध व्यक्तियों के अलावा 60 वर्ष से ऊपर के लोगों की सैंपलिग कराई जाएगी.

इसी क्रम में बलिया शहर को कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए तीन दिन तक चलने वाले ‘किल कोरोना’ अभियान का शुभारंभ जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने सोमवार को किया. इसके लिए बनाई गई 25 टीमों को कलेक्ट्रेट सभागार से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ये सभी टीमें जरूरी दवाओं की किट, पीपीई व रैपिड किट से लैस रहेंगी.

रवाना करने से पहले जिलाधिकारी ने सभी टीम के सदस्यों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए. कहा, यह तीन दिन का अभियान बहुत ही महत्वपूर्ण अभियान है. इस अभियान में अगर हम सबने मिलकर गंभीरता के साथ कार्य किया तो सुखद परिणाम सामने आएंगे. रैपिड किट के जरिए जांच होगी और रिपोर्ट तुरंत मिल जाएगी. कहा कि करीब दस दिन पहले शहर में डोर-टू-डोर सर्वे हुआ, जिसमें तरह-तरह के लोग चिन्हित हुए. उनकी सैम्पलिंग पर विशेष जोर होगा.

अधिक मरोजों को आइसोलेट करने का पुख्ता इंतज़ाम

ऐसी संभावना जाहिर की जा रही है कि किल कोरोना अभियान में ज्यादा से ज्यादा पॉजिटिव मरीज निकल कर सामने आएंगे. इसलिए एक ही बार में अधिक से अधिक मरीजों को आइसोलेट करने की पूरी तैयारी कर ली गयी है. पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं. जिलाधिकारी ने कहा कि बन्दी के दौरान ही इस एक्सरसाइज को करने का मौका है. यही फाइनल एक्सरसाइज होगी. अगर यह सफल हो गया तो शहर में कोरोना पर हम काबू कर लेंगे.

इस तरह होगी सैम्पलिंग

सैम्पल लेने के दौरान कोई भी लैब टेक्नीशियन या लैब असिस्टेंट पीपीई किट पहन कर ज्यादा देर तक नहीं रह सकता है. इसलिए सर्वेक्षण के बाद एक मुहल्ले के चिन्हित लोगों को एकत्र कर लेना है. फिर एक साथ सबकी सैंपलिंग हो जाएगी और तत्काल रिपोर्ट भी मिल जाएगी. सैम्पल लेने वाले को एक दिन के लिए तीन किट दिए जाएंगे. एक किट पहन कर 25-30 लोगों के सैम्पल ले लेंगे. उसके थोड़ी देर बाद अन्य लोकेशन में यह कार्य किया जाएगा.

दस एंबुलेंस इसी अभियान के लिए रिजर्व

जिलाधिकरी ने बताया कि हर टीम को 3 पीपीई किट व 50 रैपिड एंटीजन किट की गई है. दस एम्बुलेंस रिजर्व इसी कार्य के लिए लगी है. जैसे ही कोई पॉजिटिव आएगा, एसीएमओ डॉ एसके तिवारी को सूचित किया जाएगा और तत्काल उसको एम्बुलेंस से लाकर आइसोलेट किया जाएगा.

आज बलिया पर है सबका ध्यान, नियंत्रण जरूरी

जिलाधिकारी ने कहा कि बलिया में कोरोना के बढ़ते मामले चिंता का विषय है. पहले यह स्थिति लखनऊ में थी, पर अब तेजी से बढ़ते मामलों में बलिया ऊपर आ गया है. इसमें आधे से अधिक मामले अकेले बलिया शहर में आए हैं. इसलिए शहर में यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है. पूरी टीम गंभीरता से कार्य करें और पॉजिटिव व्यक्तियों को चिन्हित कर आइसोलेट कर दिया जाए तो निश्चित रूप से इस पर अंकुश लगने की संभावना को बल मिलेगा.

एक दिन में हो हजार से अधिक टेस्ट

टीम को अपना संदेश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी तरह कोरोना की चेन तोड़ना है. किल कोरोना अभियान में एक टीम को एक दिन में कम से कम 50 या इससे अधिक जांच करना है. एक दिन में हजार से ऊपर एंटीजन टेस्ट होना चाहिए. अगर स्थित सामान्य हुई तो इसका श्रेय इसी टीम को जाएगा. जनपदवासी इन कोरोना वारियर्स के आभारी रहेंगे. उन्होंने बताया कि इसी अभियान के लिए बन्दी को 21 से बढ़कर 26 जुलाई तक कर दिया गया है.

टॉप-3 टीम को सराहा जाएगा, कम टेस्ट पर होगा सवाल

इस अभियान की समीक्षा के लिए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके तिवारी को प्रभारी बनाया गया है. वह प्रत्येक टीम के कार्यों पर नजर रखेंगे और उसकी हर घंटे की रिपोर्ट तैयार करेंगे. शाम को हर दिन के कार्यों की प्रगति से जिलाधिकारी को अवगत कराएंगे. डीएम ने कहा कि टॉप 3 टीम को सराहा जाएगा, वहीं सबसे कम टेस्ट करने वाली 3 टीमों से सवाल भी किया जाएगा

संयुक्त मजिस्ट्रेट ने सभी टीम को दी फाइनल ट्रेनिंग

संयुक्त मजिस्ट्रेट विपिन कुमार जैन ने किल कोरोना टीम को कलेक्ट्रेट सभागार में फाइनल ट्रेनिंग दी. इस अभियान में टीम को क्या और कैसे करना है, इसके बारे में विस्तार से बताया. कहा, इन तीन दिनों में ही टीम के सदस्यों को अपना शत प्रतिशत योगदान देना है. सभागार में ही रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से जांच करके बताया भी गया. जैन ने कहा कि इस सर्वेक्षण को तीन दिन में पूरा कर लेना है. सहयोग के लिए सम्बंधित क्षेत्र के सफाईकर्मी व नगरपालिका के टैक्स कलेक्टर भी टीम के साथ रहेंगे. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 10 बजे से सर्वेक्षण और जांच का कार्य हरहाल में शुरू कर दें और पूरे दिन में जितना ज्यादा हो सकें जांच कर लें. शहर के हर कोने को इसी तीन दिन में कवर करना है. पिछले सर्वे का डाटा सबके पास है. उसमें चिन्हित संदिग्ध लोगों की जांच युद्धस्तर पर की जाए.
उन्होंने बताया कि अब तक आरटीपीसी के जरिए जांच होती आ रही है, जिसमें बीएचयू या गोरखपुर सैम्पल जाता है और वहां से रिपोर्ट आती है. इसमें कुछ दिन का समय लग जाता है, लेकिन रैपिड एंटीजन टेस्ट से 15 मिनट में पता चल जाएगा. फिलहाल बलिया व रसड़ा कस्बे के अलावा गम्भीर मरीजों का ही इससे टेस्ट होगा.

बीसी सखी आवेदन की तिथि 31 जुलाई तक बढ़ी

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत बीसी सखी के चयन के लिए आवेदन की अंतिम तिथि अब 31 जुलाई तक कर दी गई है. गूगल प्ले स्टोर से ‘यूपी बीसी सखी’ एप डाउनलोड कर आवेदन होगा. यह जानकारी उपायुक्त (स्वतः रोजगार) अन्नपूर्णा गर्ग ने दी है. बताया कि अभी तक 689 ग्राम पंचायतों से कुल 1610 आवेदन हो चुके हैं. 259 ग्राम पंचायतों से अब तक कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. जहां आवेदन की प्रक्रिया धीमी है वहां बीडीओ के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है. बता दें कि शासन द्वारा प्रदेश के समस्त ग्राम पंचायतों में बैंकिंग सुविधा पहुंचाने हेतु बैकिंग कोरेस्पोडेट सखी (बीसी सखी) रखने का निर्णय लिया गया है. चयनित बीसी सखी को शुरू के छ: माह तक चार हजार रुपये भत्ता दिया जाएगा. इसके अलावा 75 हजार की धनराशि आसान ऋण के रूप में हार्डवेयर व स्थापना के लिए उपलब्ध करवायी जाएगी.