निजी विद्यालयों और महाविद्यालयों के शिक्षकों का आर्थिक संकट गहराया

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बांसडीह से रविशंकर पांडेय

निजी विद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक मोर्चा, बांसडीह के साथियों ने सामाजिक संगठन आवाज ए हिन्द के तत्वावधान में उपजिलाधिकारी बांसडीह, को ज्ञापन सौंपा. जिलाधिकारी बलिया, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित अपनी मांगों को लेकर उपजिलाधिकारी माध्यम से ज्ञापन भेजा. मोर्चा के संयोजक बबलू पांडेय ने कहा कि हम सभी निजी शिक्षकों के आर्थिक संकट की ओर सरकार और प्रशासन ‌का ध्यान बिल्कुल नहीं है. हम सभी साथी अत्यंत गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं.

संगठन के सचिव माइकल भारद्वाज ने कहा कि हम लोग जहां कार्यरत हैं, वहां से तनख्वाह विगत फरवरी महीने से ही नहीं मिल रही है. इसके चलते हम लोगों का परिवार भूखमरी के कगार पर है. आवाज ए हिन्द की ओर से सुजीत सिंह परिहार ने कहा कि सरकार की ओर से भी निजी शिक्षकों के लिए कोई योजना नहीं है. दूसरी तरफ निजी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के प्रबंधकों द्वारा शिक्षकों और कर्मचारियों का कोरोना के बहाने शोषण उत्पीड़न करने का सुनहरा अवसर मिल गया है.

आवाज ए हिन्द के संस्थापक सुशांत राज भारत ने कहा कि निजी विद्यालयों द्वारा शिक्षकों के साथ हो रहा अन्याय बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस लड़ाई को और संगठित कर शिक्षकों की आवाज को सरकारी स्तर तक पहुंचाया जाएगा. हमारी मांगों में सभी निजी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों का बकाया वेतन 15 दिन के अंदर भुगतान कराया जाए. दसवीं, बारहवीं के कोचिंग सेंटरों को एक निश्चित नियमावली के तहत शुरू करने का आदेश दिया जाए. ताकि बच्चों को शिक्षा भी मिले और हम सभी का पेट भी पलता रहे.

न्यूनतम वेतन तय किया जाए, ताकि निजी विद्यालयों के द्वारा शिक्षकों का शोषण न हो सके. निजी विद्यालयों के सभी कर्मचारियों को प्रॉविडेंट फंड व ESI का लाभ दिया जाए. जून माह का वेतन भी सभी कर्मचारियों को दिया जाए. स्वास्थ्य बीमा की भी सुविधा प्रदान की जाए
. आज इस मौके पर बबलू पांडेय, माइकल भारद्वाज, नीरज मिश्र, बलवंत पांडेय, धनंजय कुमार सिंह, दिलीप तिवारी, अंजनी कुमार मिश्र, धनंजय पांडेय, अतुल कुमार सिंह, चंदन पाण्डेय, मोनू पांडेय, अनिल कुमार यादव, राहुल पांडेय आदि मौजूद थे.
कार्यक्रम का संचालन सुशांत राज भारत ने किया.