व्यापारी की पिटाई से क्षुब्ध लोग सड़क पर उतरे, एकईल भी हॉटस्पॉट घोषित

This item is sponsored by Maa Gayatri Enterprises, Bairia : 99350 81969, 9918514777

यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.

बलिया से वीरेंद्र नाथ मिश्र

रानीगंज बाजार में आज सुबह पुलिस ने एक युवा व्यवसायी को जमकर डंडे से पीट दिया. इसके बाद आक्रोशित बाजार के व्यापारी सड़क पर उतर आए. इस दौरान बिना मास्क बाइक से डबल सवारी करते हुए इस राह से गुजरने वाले पुलिस वालों के व्यापारियों ने फोटो खींचा. व्यापारी यह कह रहे थे कि दो महीने से यहां लोग अपनी दुकानें बंद कर घरों में कैद हैं. दवा या कोई सामान लेने के लिए थोड़ा बाहर क्या निकले, हमें डंडा खाने पड़ रहे हैं. इसी बाजार में पुलिस की सांठगांठ से बिना रोक-टोक के सैकड़ों पिकप और मिनी ट्रक बाहर निकल रहे हैं. क्या यह लाक डाउन के नियमों का उल्लंघन नहीं है? गौरतलब है कि यह सब पुलिस के सामने हो रहा है. क्या हम व्यापारी ही सबसे बड़े अपराधी हैं?

बता दें कि सुबह के समय एक युवा व्यापारी डॉक्टर के यहां दवा के लिए गया था. वहां भीतर बने गोले में पहले से रोगी बैठे थे. ऐसे में वह व्यापारी बाहर ही खड़ा हो गया.
इसी दौरान वहां पहुंचे पुलिसकर्मी ने उसकी डंडे से पिटाई कर दी. यह सुन बाजार में व्यापारी आक्रोशित हो लगभग घंटे भर तक सड़क पर उतर कर आक्रोश जताते रहे. सूचना पर पहुंचे एसएचओ बैरिया संजय त्रिपाठी से बाजार के वरिष्ठ व्यापारी भृगुनाथ प्रसाद, स्वर्णकार संघ अध्यक्ष प्रेमचंद सर्राफ, व्यापार मंडल अध्यक्ष रविंद्र सिंह गुड्डू, पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष जितेंद्र सर्राफ आदि ने बात की.

कहा कि बैरिया थाने के सिपाही रानीगंज बाजार में आकर अनावश्यक रूप से व्यापारियों को निशाना बना रहे हैं. मारपीट रहे हैं. हम व्यापारी थोड़ा सा हवा पानी अथवा कुछ सामान के लिए अपने घर से जरा बाहर क्या निकले कि लग रहा है कि हम ही कोरोना के कैरियर हो गए हैं. हम से अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है. चेताया कि हम जो एक्शन में आ गए तो प्रशासन हिल जाएगा. माना करोना संक्रमण का भय है.


कंटेनमेंट क्षेत्र है, तो हम भी तो सावधान हैं. सतर्क हैं. व्यापारी अनपढ़ नहीं है, जागरूक हैं. 2 माह से व्यापार ठप दुकान बंद कर हम लोग बैठे हैं. यह न भूलें कि भूख विद्रोह को जन्म देती है. हमारे सम्मान के साथ खिलवाड़ न किया जाए. व्यापारियों को एसएचओ संजय त्रिपाठी ने समय अनुकूल बौद्धिकता का परिचय देते हुए समझाया कि आप लोग लाकडाउन के निर्देशित नियमों का पालन करें. और पालन कराने में भी सहयोग करें. आपके सम्मान से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा. थानाध्यक्ष के आश्वासन पर लगभग डेढ़ घंटे बाद व्यापारी अपने घरों पर वापस लौटे.

सेक्टर मजिस्ट्रेट दिनेश राय ने रानीगंज बाजार में अनुमति प्राप्त दुकानों की जांच की. जांच के दौरान दो दवा दुकानें खुली मिली, जबकि उन्हें होम डिलेवरी के लिए ही अनुमति मिली थी. उक्त दोनों दुकानों को सेक्टर मजिस्ट्रेट ने बन्द करवा दिया.

डीएम ने ग्राम एकईल को हॉटस्पॉट घोषित किया

जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने बताया कि जनपद में कोरोना वायरस से पीड़ित/संक्रमित एक मामला यहां पाया गया है. विकास खण्ड पंदह के ग्राम एकइल को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है. इसमें सेक्टर मजिस्ट्रेट सूर्यनाथ यादव तथा उप जिला मजिस्ट्रेट संगम लाल यादव को जोनल मजिस्ट्रेट नामित किया गया है.

उन्होंने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में अवस्थित हॉटस्पॉट क्षेत्रों हेतु जोनल मजिस्ट्रेट में नामित किया जाता है, जो हॉटस्पॉट क्षेत्र की विकास खंड/नगर पंचायत के स्तर से आवश्यकतानुसार बैरिकेडिंग, आवश्यक सामग्रियों की होम डिलीवरी के माध्यम से आपूर्ति तथा साफ-सफाई एवं सेनिटाइजेशन व्यवस्थाए संबंधित अधिकारियों से समन्वय कर सुनिश्चित कराएंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित राजस्व ग्राम एवं नगर क्षेत्र में संबंधित वार्ड/मोहल्ला कंटेनमेंट जोन होगा तथा कंटेनमेंट जोन में इंगित तीन गतिविधियों (आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, चिकित्सकीय टीम एवं सेनिटाइजेशन टीम के अतिरिक्त अन्य किसी प्रकार की अनुमति नहीं होगी. 21 दिनों तक कोई संक्रमण प्राप्त नहीं होने पर हॉटस्पॉट ग्रीन जोन में परिवर्तित हो जायेगा.

आवश्यक वस्तुओं की होगी होम डिलीवरी

उन्होंने बताया कि हॉटस्पॉट क्षेत्र के अंतर्गत किसी भी व्यक्ति को घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा और स्वास्थ्य जांच साफ-सफाई व सेनिटाइजेशन से संबंधित कर्मी को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति से संबंधित कर्मियों को छोड़कर अन्य किसी व्यक्ति को क्षेत्र के अंदर जाने नहीं दिया जायेगा. हॉटस्पॉट क्षेत्र में बैंक व राशन की दुकानें बंद रहेगी. हॉटस्पॉट क्षेत्र के अंतर्गत स्थित अन्य सभी दुकाने, सब्जी मंडी आदि बंद रहेगी तथा आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी जिला प्रशासन द्वारा सुनिश्चित की जाएगी. हॉटस्पॉट क्षेत्र में शत-प्रतिशत घरों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं सेनिटाइजेशन संबंधित अधिकारियों द्वारा किया जाएगा तथा फायर इंजन का छिड़काव किया जाएगा. लोगों को फेस मास्क भी वितरण किए जाएंगे. हॉटस्पॉट क्षेत्र में डॉक्टर सहित लगायी जायेगी. यदि किसी को अस्पताल ले जाना हो तो उसे एंबुलेंस या एएलएस से ले जाया जायेगा. किसी भी दशा में निजी वाहन के प्रयोग की अनुमति नहीं दी जाएगी. किसी अपरिहार्य स्थिति में कोई भी व्यक्ति कोविड-19 के नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर- 05498-220857 अथवा संबंधित जोनल मजिस्ट्रेट या समुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क कर सकते हैं.

हॉटस्पॉट क्षेत्र में सेक्टर स्कीम लागू, लगाई जाएगी पिकेट ड्यूटी

जिलाधिकारी ने कहा कि हॉटस्पॉट क्षेत्र में संघन पेट्रोलिंग की जाएगी तथा 112 वाहनों की ड्यूटी लगाई जाएगी. पुलिस तथा 112 की गाड़ियों से लाउडस्पीकर से घोषणा करके जनता को जागरूक किया जाएगा. यदि कोई व्यक्ति धारा 144 के निर्देशों का उल्लंघन करेगा तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. हॉटस्पॉट क्षेत्र में सेक्टर स्कीम लागू की जाएगी तथा पिकेट ड्यूटी लगाई जाएगी, और आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति में लगे व्यक्तियों को छोड़कर शेष सभी व्यक्तियों के पूर्व में निर्गत किए गए पास निरस्त किए जाते हैं. उक्त आदेशों का उल्लंघन भारतीय दंड संहिता धारा-188 के अधीन दंडनीय अपराध माना जाएगा.

संयुक्त मजिस्ट्रेट ने ब्लॉक स्तरीय निगरानी समिति के साथ की बैठक

विकास भवन सभागार में बुधवार को संयुक्त मजिस्ट्रेट अन्नपूर्णा गर्ग ने ब्लॉक स्तरीय निगरानी समितियों की बैठक ली. ब्लॉकवार समितियों के कार्य की समीक्षा करने के बाद आगे किस तरह बेहतर काम करना है, बिंदुवार इसकी जानकारी दी. साथ ही ग्राम स्तरीय निगरानी समितियों के कार्य की भी रोजाना समीक्षा करते रहने को कहा.

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में निगरानी समितियों का कार्य अहम हो गया है. इसलिए जरूरी है कि समिति के ब्लॉक से गांव स्तर के हर सदस्य सक्रिय रहें.

उन्होंने रिपोर्टिंग के सम्बंध में छह बिंदुओं की जानकारी दी और बताया कि बाहर से आए लोगों को 4 मई से होम क्वॉरेंटाइन किया गया या नहीं, सावधानियों के संबंध में जागरूक किया गया है या नहीं, पोस्टर लगाए गए या नहीं, नियमित निगरानी की जा रही या नहीं, क्वॉरेंटाइन के नियमों का उल्लंघन किया गया हो तो उसका विवरण और कोरोना के संदिग्ध लक्षण नजर आ रहे हैं या नहीं, इन छह बिंदुओं पर गम्भीरता से कार्रवाई सुनिश्चित कर रिपोर्ट देना है. बैठक में पीडी डीएन दूबे, ईडीएम अभिजात सिंह, सभी बीडीओ मौजूद थे.