‘विद्यासागर सम्मान’ प्राप्त लोक गायिका सुनीता पाठक का गर्मजोशी से स्वागत

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बलिया: विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ भागलपुर के वर्धा (महाराष्ट्र) में हुए 23 वें महाधिवेशन के सम्मान समारोह में बलिया जिले की लोकप्रिय लोकगायिका सुनीता पाठक को ‘विद्यासागर सम्मान’ दिया गया.

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ का 23 वां महाधिवेशन आयोजित किया गया था. जिले की बेटी ने सभी जनपद वासियों को गौरवान्वित किया है.

लोकगायिका के बलिया रेलवे स्टेशन पहुंचते ही साहित्य और संगीत प्रेमियों ने उन्हें फूल मालाओं से स्वागत किया. वरिष्ठ साहित्यकार डॉ जनार्दन राय ने कहा कि बलिया की बेटी सुनीता पाठक ने अपने लोक गायन की बदौलत जो मुकाम हासिल किया है, वह कम ही लोगों को मिलता है.

उन्होंने कहा कि संगीत के क्षेत्र में सुनीता ने जो साधना की है, वह भी प्रशंसनीय है. सुनीता पाठक स्वयं में साहित्य कला एवं विभिन्न विधाओं का ऐसा सामंजस्य है जिसे ऐसे सम्मान मिलना कोई बड़ी बात नहीं है. सुनीता को भविष्य में भी ऐसे अनेक सम्मान मिलेंगे.

इस मौके पर डॉ. इफ्तेखार, प्रीति पांडेय, जानकी पांडेय, नीलम, किरण उपाध्याय, रजनी उपाध्याय, आर्या, अनन्या, आयुष, समीर, हिमांशु गुप्ता, शंकर शरण सहित तमाम साहित्य प्रेमी मौजूद थे.