दरोगा-कांस्टेबल हत्याकांड में छपरा जिला परिषद अध्यक्ष मीना अरुण गिरफ्तार

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छपरा। बिहार के छपरा में दारोगा मिथलेश साव और कांस्टेबल (एसआईटी) की हत्या के मामले में पुलिस ने जिला परिषद अध्यक्ष मीना अरूण को गिरफ्तार किया है. जब वह कोर्ट में सरेंडर करने के लिए जा रही थी तब पुलिस ने उन्हें अपने हिरासत में ले लिया. छपरा के सदर डीएसपी अजय कुमार ने जिला परिषद अध्यक्ष मीना अरुण को गिरफ्तार किया है. इससे पहले हत्या के इस मामले में एक अन्य आरोपी अभिषेक सिंह ने भी कोर्ट में सरेंडर कर दिया था.

20 अगस्त को पुलिस टीम पर हुई थी अंधाधुंध फायरिंग

पुलिस जिला परिषद अध्यक्ष मीना अरुण को गिरफ्तार करने के बाद छपरा नगर थाना लाई है और फिहलाल छपरा के एसपी हर किशोर राय उनसे पूछताछ कर रहे हैं. बता दें कि 20 अगस्त को छपरा के मढौरा में पुलिस टीम पर अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी और AK 47 के साथ ही दारोगा की पिस्तौल को भी लूट लिया था. अपराधियों की फायरिंग में दारोगा मिथिलेश कुमार को गोली लगी थी और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया था. उनके साथ ही सिपाही फारूक अहमद और संजीव कुमार भी जख्मी हुए जिसमें फारूक अहमद की मौत हो गई थी. इस घटना ने पूरे पुलिस महकमे को कटघरे में ला खड़ा किया था. जिसके बाद डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने इस घटना की कड़ी शब्दों में निंदा की थी और हर हाल में अपराधियों को गिरफ्तार करने की बात कही थी.

बिहार के डीजीपी ने सीबीआई जांच की मांग ठुकरा दी थी

डीजीपी ने अपने दो सहयोगियों की मौत के बाद खुद छपरा जाकर उनको श्रद्धांजलि दी थी और हर हाल में दोषियों की गिरफ्तारी करा भरोसा दिलाया था. इस एनकाउंटर के बाद पुलिसिया व्यवस्था पर भी सवाल उठे थे क्योंकि अपराधियों ने हत्याकांड को अंजाम देने के बाद एक एके-47 राइफल और दारोगा की सर्विस पिस्टल भी लूट थी. मृतक दारोगा मिथिलेश साव के परिजनों ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी जिसे डीजीपी ने ठुकरा दिया था. बताया जा रहा है था कि शहर में अपराधी जिला परिषद अध्यक्ष के रिश्तेदार की हत्या की साजिश रचने के बाद इसे पूरा करने के मकसद से आए थे. पुलिस की एसआईटी टीम ने इसी इनपुट की सूचना पर अपराधियों की धरपकड़ लिए जाल बिछाया था, जिसमें पुलिसकर्मी ही बलिदान हो गए. दारोगा हत्याकांड में जिस महिला नेत्री को आज पुलिस ने गिरफ्तार किया है वो जिला परिषद अध्यक्ष हैं. उनके परिवार पर भी कई बार हमले हो चुके हैं और बता दें कि इस तरह के हमले में ही चुनाव आयोग के एक अधिकारी की जान चली गई थी.

Chhapra: Zila Parishad Chairman Mina Arun was arrested while she was on her way to a court to surrender, in connection with the murder case of a SIT police sub-inspector & constable. #Bihar