सरकारी नौकरी का झांसा दे ठगा पांच करोड़, अब एसटीएफ के हत्थे चढ़ा

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लखनऊ। एसटीएफ ने सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर बेरोजगार युवकों से करीब पांच करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ ने आरोपित मूल रूप से मोहल्ला अर्जुन का पुरवा थाना कोतवाली नगर लखीमपुर खीरी निवासी कुलदीप कुमार के पास से फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं.
एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह के मुताबिक विकासनगर निवासी जोखूराम ने एफआइआर दर्ज कराई थी. आरोप था कि आरोपितों ने राजेशपाल, अंकित पाठक, पंकज यादव, मुन्ना यादव और उपेंद्र समेत अन्य लोगों से नौकरी के नाम पर ठगी की है. पीडि़तों से करीब 21 लाख रुपये लिए गए थे. एसटीएफ को पता चला कि आरोपित यहां मोहल्ला सिद्धार्थ नगर मडिय़ांव में रहता है, जिसे दबोच लिया गया. आरोपितों ने शिक्षा विभाग में चपरासी, चकबंदी विभाग में कनिष्ठ लिपिक, राजस्व विभाग में लिपिक, स्वास्थ्य विभाग में लिपिक और नगर पालिका परिषद में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया था. यही नहीं, सभी पीडि़तों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया गया था. संबंधित विभागों में नियुक्ति पत्र लेकर जाने पर पीडि़तों को ठगी की जानकारी हुई थी.
पूछताछ में कुलदीप ने बताया कि वह बलिया निवासी जीतू सिंह और रायबरेली निवासी संदीप श्रीवास्तव के माध्यम से बेरोजगार युवकों को झांसे में लेता था. आरोपित अपने साथी रितू कौर संग मिलकर प्रदेश के सभी विभागों में नौकरी दिलाने का आश्वासन देकर प्रति व्यक्ति पांच से सात लाख रुपये वसूलते थे. जीतू और संदीप बेरोजगार से मिलने के बाद यह तय करते थे कि उससे कितना रुपया लेना है. रुपये लेने के बाद सभी आरोपित खुद जाली नियुक्ति पत्र बनाकर युवकों को थमा देते थे और नगदी आपस में बांट लेते थे. कुलदीप ने अब तक कुल 90 बेरोजगार युवकों से ठगी की बात कबूली की है. पुलिस अन्य आरोपितों के बारे में पता लगा रही है.