बाढ़ पीड़ितों को रोटी, पशुओं को चारा तक नसीब नहीं

This item is sponsored by Maa Gayatri Enterprises, Bairia : 99350 81969, 9918514777

यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.

बलिया से कृष्णकांत पाठक

KK_PATHAKएक तरफ गंगा के तल्ख तेवर के चलते बाढ़ की स्थिति बिगड़ती जा रही है, वहीं दूसरी तरफ बाढ़ से विस्थापित लोगों की मदद के लिए कई हाथ खड़े हो गए हैं. मगर हालात बेकाबू है. प्रशासनिक कवायद ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है.

इसे भी पढ़ें – जानिए बुधवार को आपके जिले में क्या क्या हुआ

SITAKUNDA_7

गंगा लाल निशान से ढाई मीटर ऊपर

गंगा नदी इलाहाबाद, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में खतरे के निशान से उपर बह रही है. बलिया में तो इसका जलस्तर लाल चिह्न से ढाई मीटर से भी ज्यादा ऊपर पहुंच गया है. घाघरा के जलस्तर में भी निरन्तर वृद्धि से जिले में संकट गहरा गया है. बलिया-छपरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर चांद दियर ग्राम के सामने घाघरा का पानी सड़क पर आ चुका है. बलिया सबसे अधिक प्रभावित इलाका है गंगा उस पार का. नौरंगा गांव में तो मवेशियों को चारा तक नसीब नहीं हो पा रहा है.

इसे भी पढ़ें – एनडीआरएफ व पीएसी राहत व बचाव कार्य में जुटी

बीते 24 घंटे में सूबे में सर्वाधिक वर्षा सलेमपुर में

आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी मानसून उत्तर प्रदेश में फिलहाल कमजोर पड़ गया है. पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के कुछ स्थानों पर बारिश हुई. इस दौरान सर्वाधिक सलेमपुर (देवरिया) में छह सेंटीमीटर वर्षा हुई है. इसके अलावा वाराणसी में तीन, चुर्क, राबर्ट्सगंज तथा राजघाट में एक-एक सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गयी. अगले 24 घंटे के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर वर्षा होने का अनुमान है.

इसे भी पढ़ें – बाढ़ राहत में अच्छा काम करने वाले प्रधान पुरस्कृत होंगे -डीएम

बिजली काट दी गई, संचार व्यवस्था अस्त व्यस्त

बुधवार को पानी का बहाव धीमा जरूर था, परंतु खतरा अभी भी उसी तरह बरकरार है. गंगा की सहायक नदियां भी उफान पर हैं. गंगा की सहायक नदियों की तटवर्ती इलाकों के सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की बिजली काट दी गई है. ताकि पानी में करेंट न उतर सके. कई क्षेत्रों में दूर संचार व्यवस्था भी अस्त व्यस्त हो गई है. पावर हाउस पर लगे जनरेटरों में पानी भर जाने के कारण मशीनों ने काम करना बंद कर दिया है.

SITAKUNDA_2

इसे भी पढ़ें – आखिर कैसे गुजारा कर रहे हैं बाढ़ पीड़ित

रोटी तक के मोहताज हैं बाढ़ पीड़ित

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री नहीं पहुंच पा रही है, इसके चलते लोगों को खाली पेट रात गुजारनी पड़ रही है. सर्वाधिक परेशानी पशुओं को हो रही है. साग सब्जियों की फसलें पूर्ण रूपेण नष्ट हो चुकी हैं. बाढ़ से राहत देने के लिए प्रशासनिक व्यवस्था ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है.

इसे भी पढ़ें – दोकटी में उफनाई गंगा की बाढ़ में डूबा किशोर

गंगा पार के गांवों का जिला मुख्यालय से कनेक्शन कटा

सदर तहसील में गंगा नदी के उस पार के गांव शिवपुर दियर नंबरी, सोमाली पांडे डेरा, कृपा राय के डेरा, थोथा राय के डेरा, अठगांवा, नौरंगा अलग-थलग पड़े हुए हैं. गांव के लोगों को अति आवश्यक कार्यवश बिहार के रास्ते जाना पड़ रहा है.

इसे भी पढ़ें – दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार

मोहल्ला बेदु घघवा में बुधवार को सामाजिक संस्था जस्टिस फॉर ऑल की ओर से भोजन का प्रबंध किया गया
मोहल्ला बेदु घघवा में बुधवार को सामाजिक संस्था जस्टिस फॉर ऑल की ओर से भोजन का प्रबंध किया गया

बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए उठे कई हाथ

ओम साईं किरण शहरी क्षेत्र के प्रभावित मोहल्ला बेदु घघवा में बुधवार को सामाजिक संस्था जस्टिस फॉर ऑल की ओर से भोजन का प्रबंध किया गया. संस्था के संयोजक डॉ. हरेराम के नेतृत्व में युवाओं ने बाढ़ पीड़ितों के बीच भोजन का वितरण किया.

इसे भी पढ़ें – जानिए मंगलवार को आपके जिले में क्या क्या हुआ

गंगा उस पार नौरंगा गांव में मवेशियों को चारा तक नसीब नहीं हो रहा – अखिलेश ठाकुर (व्हाट्स ऐप मैसेज)

बाढ़ पीड़ितों को भूखे नहीं सोने देंगे. भोजन, चिकित्सा व उनके ठहरने की व्यवस्था जस्टिस फॉर ऑल की तरफ से किया जाएगा. हमारा फ्री मिस्ड कॉल हेल्पलाइन नं. है  – 7007916641 – डॉ. हरेराम  (व्हाट्स ऐप मैसेज)