कहीं मामा- भांजा तो कहीं मां- बेटा एक दूसरे को दे रहे हैं टक्कर

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इलाहाबाद। एक ही परिवार के सदस्यों का अलग-अलग दलों में रहना और अपने-अपने दल के लिए प्रचार करना अजूबा नहीं है. इस विधानसभा चुनाव में भी ऐसा नजारा सूबे के कई विधानसभा क्षेत्रों में होगा, इलाहाबाद भी इससे अछूता नहीं है.  यहां पूर्व प्रधानमन्त्री लालबहादुर शास्त्री, राजेंद्र कुमारी वाजपेयी और राकेशधर त्रिपाठी के परिवार के सदस्य आमने-सामने हैं.

शहर पश्चिमी से भाजपा के टिकट पर सिद्धार्थनाथ सिंह मैदान में हैं. वह लालबहादुर शास्त्री के नाती हैं, यानी शास्त्री जी की छोटी बेटी सुमन शास्त्री के पुत्र. शहर उत्तरी से कांग्रेस की ओर से अनुग्रह नारायण सिंह मैदान में हैं. उनकी ओर से प्रचार के लिए लालबहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल शास्त्री पूरी ताकत लगाए हुए हैं. रिश्ते में देखा जाय तो अनिल शास्त्री और सिद्धार्थनाथ सिंह मामा-भांजा हुए और वह भी दूर के नहीं, अपने खास.

शहर उत्तरी से भाजपा के टिकट से हर्ष वाजपेयी चुनाव मैदान में हैं. वह कांग्रेस की दिग्गज नेता रहीं राजेंद्र कुमारी वाजपेयी के पोते हैं. इनकी मां रंजना वाजपेयी सपा के महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष हैं. मां और बेटे का दल अलग हैं, लेकिन पुत्र के भविष्य को संवारने के लिए पार्टी लाइन से अलग हटकर पुत्र के लिए प्रचार कर रहीं हैं. उधर, हंडिया विधानसभा क्षेत्र से प्रमिला त्रिपाठी अपना दल-भाजपा गठबंधन से मैदान में हैं. वह बसपा शासन में उच्च शिक्षा मंत्री रहे राकेशधर त्रिपाठी की पत्नी हैं. इनका बेटा प्रभात त्रिपाठी भी इसी क्षेत्र से निर्दलीय मैदान में हैं यानी मां और बेटा एक दूसरे को चुनौती देते दिख रहे हैं.