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सभी ने कहा-बिहार से सटे जेपी के गांव पर है विशेष नजर
जयप्रकाशनगर बलिया से लवकुश सिंह
बिहार सीमा से सटे जयप्रकाशनगर में बुधवार की शाम बैरिया के उपजिलाधिकारी अरविंद कुमार, सीओ टीएन दुबे, बैरिया थानाध्यक्ष कृष्णकांत तिवारी, बैरिया तहसीलदार मिश्रीलाल चौहान ने दो दर्जन से से भी अधिक पुलिम प्रशासन के सांथ जयप्रकाशनगर के बूथों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने यहां कन्या प्राथमिक पाठशाला जयप्रकाशनगर के प्रांगण में एक चौपाल लगाकर गांव के आम मतदाताओं से भी खुली बात की. सभी से सामूहिक रूप से यह भी पूछा कि यहां मतदान के लिए कहीं भी कोई दबाता तो नहीं है. कोई यहां किसी के पक्ष में मतदान के लिए दबाव तो नहीं डालता है. जबाब में आम लोगों ने समूहिक रूप से कहा कि अब माहौल बदल गया है. यहां अब उस तरह की कोई बात नहीं है. सभी लोग निर्भय होकर यहां अपने मतों का प्रयोग करते हैं.
इस दौरान उपजिलाधिकारी अरविंद कुमार व सीओ टीएन दुबे ने आमलोगों को मतदान के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि यह इलाका बिहार से पूरी तरह सटा हुआ है. इसी गांव के बंधे से बिहार छपरा के रिविलगंज, आरा के बड़हरा थाने की सीमाएं आकर एक सांथ जुड जाती हैं. इस वजह से इस इलाके पर हमारी विशेष नजर है. यदि किसी को भी किसी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना मिलती है, तो उसकी जानकारी तुरंत प्रशासन को दें. कहा कि अक्सर देखा जाता है कि बिहार से संदिग्ध लोग किसी का हित-कुटुंब बन कर चुनाव से तीन-चार दिन पहले आकर अपना डेरा जमा लेते हैं और चुनाव के दिन गड़बड़ी उत्पन्न करते हैं. ऐसे में चुनाव के दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति को शरण न दें. यदि ऐसा व्यक्ति किसी के यहां भी पाया जाता है, तो व सजा का हकदार होगा.
शराब के संबंध में भी की खुली पूछताछ
बैरिया के सीओ टीएन दुबे ने कहा गांव के लोगों से खुले रूप से यह पूछा कि गांव में कहीं से भी शराब पहुंचती है, तो आप उसकी भी गुप्त सूचना पुलिस को दें. आपका यही सहयोग गांव को पूरी तरह स्वच्छ बनाएगा. कहा कि मुझे तब बहुत शर्म आती है, जब इस इलाके के असमाजिक तत्व, शराब के सांथ बिहार में पकड़े जाते हैं. यह सब जनता की कमी के कारण होता है. उन्होंने सभी अपील किया कि इस धंधे से जुड़े लोगों की सूचना गुप्त रूप से भी प्रशासन को दें. इस दौरान बैरिया के थानाध्यक्ष कृष्णकांत तिवारी ने कहा कि जयप्रकाशनगर में आने के लिए तीन रास्ते हैं. दो रास्ते बीएसटी बांध का है और एक गांव के बीच से भी आता है. असमाजिक तत्व संभव है तीनों रास्ते से शराब लेकर यहां पहुंचते हों. वैसे हमारी नजर हर जगह है, फिर यदि आम लोग इसकी सूचना हमें दें, तो संबंधितों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
चेकिंग में नरमी के लिए की सिफारिश
इसी चौपाल में दलजीत टोला निवासी एक बुर्जुग शिवनारायण सिंह ने सीओ टीएन दुबे से यह सिफारिश किया कि सर, हम गांव के लोग हैं, हमारे यहां साधन के रूप में हर घरों में मोटर साइकिलें ही हैं. गांव के लोगों आवश्यक कार्यों के लिए बैरिया या अन्यत्र हर दिन जाना पड़ता है. चेकिंग सहीं है, किंतु उसमें आवश्यक कार्य के लिए जा रहे लोगों को मामूली कागजातों के लिए परेशान न किया जाए. इस पर सीओ ने कहा कि ऐसा नहीं है, यदि कोई अस्पताल जा रहा है, कोई अन्य इमरजेंसी है, तो उसकी बात सुन पुलिस उसे छोड़ देती है, किंतु चुनाव के समय यह पहचान करना काफी कठिन है कि कौन मोटर साइकिल चालक सही है अथवा गलत. इसलिए चेकिंग तो लगातार चलेगी. हां, यदि किसी को वास्तव में इमरजेंसी है, तो वह पुलिस को बताए, उसकी मदद जरूर होगी. इस मौके पर गांव की ओर से अवकाश प्राप्त शिक्षक शिवदयाल यादव, महंथ यादव, संजय यादव, कवि सिंह, दिलीप यादव, भोला सिंह, सहित सैकड़ो लोग मौजूद रहे.