चुनाव – बलिया व गाजीपुर में हरकत में आया शासन-प्रशासन

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गाजीपुर। चुनाव की अधिघोषणा के साथ ही लागू हुई आदर्श चुनाव आचार संहिता के मद्देनजर शासन प्रशासन हरकत में आ गया है.

विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही गाजीपुर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग शहर में लगे तमाम राजनीतिक होर्डिंग, बैनर और पोस्टर हटाने मे जुट गया. आदर्श चुनाव आचार संहिता के अनुपालन को लेकर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी हर जगह मुस्तैद दिखाई पड़े. प्रशासनिक अफसर और पुलिस विभाग पूरे दिन शहर मे लगे सियासी पार्टियों और नेताओं के बैनर, होर्डिंग उतरवाते रहे. इस दौरान सीएमओं समेत कई प्रसाशनिक अधिकारियों के वाहनों पर लगी नीली बत्ती भी उतारी गई. फिलहाल पूरे जिले में आचार संहिता को लेकर हडकम्प का माहौल बना हुआ है.

आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लग जाने के बाद चुनाव आयोग की ओर से कुछ महत्वपूर्ण फरमान जारी किए गए हैं. आयोग की ओर से डीएम संजय कुमार खत्री को निर्देश दिया गया है कि इन फरमानों पर कड़ाई संग अमल किया जाए. इसके तहत 24 घंटे के अंदर में सरकारी विज्ञापनों को हटाने का निर्देश दिया गया है. वहीं सार्वजनिक स्थलों पर लगे विज्ञापनों को हटाने की समयसीमा 48 घंटे व निजी भवनों पर लगे पोस्टर तथा होर्डिंग को हटाने के लिए 72 घंटे का समय निर्धारित किया गया है. आयोग की ओर से सख्त निर्देश दिया गया है कि निर्धारित समय सीमा के अंदर संबंधित जगहों से सभी प्रकार के पोस्टर व होर्डिंग हटवाना सुनिश्चित किया जाए. वहीं आचार संहिता लग जाने के बाद डीएम संजय कुमार खत्री ने खुद इसकी कमान संभाल ली है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जल्द से जल्द पोस्टर व होर्डिंग हटवाना सुनिश्चित किया जाए.

 

पोस्टर व होर्डिंग हटाने के संबंध में आयोग की ओर से दिशा—निर्देश आया है. स्थान के अनुसार समय सीमा का निर्धारण भी किया गया है. – अशोक कुमार श्रीवास्तव (सहायक निर्वाचन अधिकारी)

रेवती (बलिया) प्रतिनिधि के अनुसार सूबे में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के साथ ही थानाध्यक्ष रेवती शशिमौली पांडेय मय पुलिस बल बुधवार के दिन बस स्टैंड बीज गोदाम, बाजार सहित नगर क्षेत्र में लगे राजनीतिक दलों के बैनर, होर्डिंग, कट-आउट को नगर पंचायत के कर्मियों के सहयोग से हटवाए. चुनाव की तिथि घोषित होते ही विभिन्न चट्टी-चौराहों पर चुनाव के बाबत चर्चाएं शुरू हो गई और स्थानीय नेता लोग अपने-अपने प्रत्याशियों की “हांकने” में व्यस्त हो गए. चुनावी रणभेरी बजने के बाद मानो नगर के चट्टी-चौराहे साफ-सुथरे नजर आने लगे.